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ब्रह्मकुमारी बीके शिवानी: आध्यात्मिक शिक्षिका की जीवनी और संपत्ति

बीके शिवानी, जिन्हें ब्रह्मकुमारी शिवानी या सिस्टर शिवानी भी कहा जाता है, एक जानी-मानी आध्यात्मिक वक्ता और प्रेरक गुरु हैं। उनके विचारों ने लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। आइए उनकी जीवनी, संपत्ति और हाल की गतिविधियों के बारे में जानते हैं।

शिवानी वर्मा का जन्म 31 मई 1972 को पुणे, महाराष्ट्र में हुआ था। उनके माता-पिता शुरू से ही प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से जुड़े थे। बचपन में शिवानी को अध्यात्म में ज्यादा रुचि नहीं थी, लेकिन वे पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहीं। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक किया और गोल्ड मेडल भी जीता। इसके बाद उन्होंने भारतीय विद्यापीठ कॉलेज में दो साल तक लेक्चरर के रूप में काम किया। 1994 में उनकी शादी विशाल वर्मा से हुई और दोनों ने मिलकर एक सॉफ्टवेयर कंपनी शुरू की। इस दौरान, अपनी मां के व्यवहार में बदलाव देखकर शिवानी ब्रह्मकुमारी केंद्र की ओर आकर्षित हुईं। 1995 में उन्होंने राजयोग का सात दिन का कोर्स किया, जिसने उनके जीवन को बदल दिया। उन्होंने विज्ञान की समझ के साथ ईश्वर और आत्मा के संबंध को जाना और फिर पूरी तरह ब्रह्मकुमारी संस्था से जुड़ गईं।

2007 में बीके शिवानी ने टीवी शो “अवेकनिंग विद ब्रह्मकुमारीज़” (Awakening With Brahma Kumaris) शुरू किया, जो आस्था चैनल पर आता है। इसमें वे जीवन मूल्य, आत्म-प्रबंधन, रिश्तों में सामंजस्य, कर्म के नियम और आध्यात्मिकता जैसे विषयों पर बात करती हैं। इस शो ने उन्हें घर-घर में लोकप्रिय बना दिया। उनके यूट्यूब चैनल “BKShivani” के 3 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं और उनके वीडियो को 74 करोड़ से अधिक बार देखा गया है। वे भारत और विदेशों में स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों और कंपनियों में व्याख्यान देती हैं। साथ ही, वे महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और अंग दान जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी काम करती हैं। 2014 में उन्हें “वुमन ऑफ द डिकेड अचीवर्स अवार्ड” और 2018 में “नारी शक्ति सम्मान” मिला।

बीके शिवानी का जीवन सादगी और समर्पण का उदाहरण है। ब्रह्मकुमारी संस्था के सिद्धांतों के अनुसार, वे व्यक्तिगत संपत्ति या धन संचय में विश्वास नहीं रखतीं। वे अपने पति विशाल वर्मा के साथ गुरुग्राम, हरियाणा में रहती हैं। दोनों ने ब्रह्मचर्य का जीवन चुना है, लेकिन उनकी शादी कायम है। उनके पास कोई निजी संपत्ति, महंगी गाड़ियां या आलीशान घर नहीं है। उनकी आय मुख्य रूप से संस्था के कार्यों और व्याख्यानों से आती है, जो संस्था के लिए ही उपयोग होती है। उनके कोई संतान नहीं है।

हाल ही में बीके शिवानी ने रणवीर अल्लाहबादिया के पॉडकास्ट “द रणवीर शो” में हिस्सा लिया, जिसे 17 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। कोविड के बाद से वे ऑनलाइन सत्रों के जरिए लोगों तक पहुंच रही हैं। 2024 में उन्होंने बच्चों के व्यवहार पर टिप्स साझा किए, जो नवभारत टाइम्स में प्रकाशित हुए। वे कहती हैं, “बच्चों को सकारात्मक सोच और शक्ति दें।”

बीके शिवानी के विचार सरल और गहरे हैं। वे कहती हैं, “अच्छे विचार आपकी दुनिया बनाते हैं।” एक और प्रेरक कथन है, “क्रोध पहले आपको जलाता है, फिर दूसरों को।” उनकी किताब “हैप्पीनेस अनलिमिटेड” बेस्टसेलर है।

बीके शिवानी ने अपनी शिक्षा और समझ से आध्यात्मिकता को नया आयाम दिया है। वे धन-संपत्ति से ज्यादा मन की शांति और सकारात्मकता को महत्व देती हैं। उनकी शिक्षाएं आज भी लाखों लोगों को प्रेरित कर रही हैं।

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