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Mandar Mala KalitalKaye | मंदार माला कलितालकायै: दोस्तों नमस्कार, आज हम आपको इस लेख के जरिए मंदार माला कलितालकायै मंत्र के बारे में बात करेंगे। जिसमें भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य स्वरूप का वर्णन है। जिन्होंने मंदार पुष्प माला को अपनी सुन्दर काया में धारण कर रखा है। भगवान् शिव जो कपाल की माला धारण करते हैं। इन दिव्य वस्त्र धारण करने वाली पार्वती देवी को तथा आकाश को ही वस्त्र रूप में धारण करने वाले शिवजी को बार बार नमस्कार करता हूँ।
Mandar Mala KalitalKaye
Mandar Mala KalitalKaye
Kapalmalankit Shekharaye
Divyambaray cha Digambaraya
Namah Shivay cha Namah Shivaay
मंदार माला कलितालकायै
मंदार माला कलितालकायै
कपालमालंगित शेखराय
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय
नमः शिवायै च नमः शिवाय
अर्थ:
मंदार माला – अर्क की माला, कलितालकायै – सुन्दर काया
कपालमालंगित – कपाल मालाधारी, शेखराय – शिव भगवान्
दिव्याम्बरायै – दिव्य वस्त्र धारिणी, दिगम्बराय – आकाश को ही वस्त्र रूप में धारण करने वाले
नमः शिवायै – नमस्कार
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