नई दिल्ली: आज , 21 सितंबर 2025 को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण हो रहा है । भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण रात 11:00 बजे से तड़के 3:23 बजे तक रहेगा । हालांकि , यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा , फिर भी ज्योतिषियों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है । आज ही पितृपक्ष के दौरान अमावस्या पर श्राद्ध कर्म भी किए जा रहे हैं ।
ग्रहों की स्थिति और प्रभाव ज्योतिषियों के अनुसार , इस सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य , चंद्रमा और बुध एक साथ होंगे । राहु और केतु कुंभ और सिंह राशि में प्रभावी रहेंगे । इसके साथ ही , शुक्र और केतु का प्रभाव भी रहेगा , जिससे विश्व स्तर पर राजनीतिक अस्थिरता बढ़ सकती है ।
राशियों पर प्रभाव
मेष राशि: मेष राशि वालों के लिए यह ग्रहण शुभ रहेगा । आर्थिक स्थिति मजबूत होगी । नई आय के अवसर मिलेंगे । जीवन में खुशियां आएंगी ।
वृषभ राशि: वृषभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण नकारात्मक असर ला सकता है । निर्णय लेने में सावधानी बरतें ।
मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है । गुस्से से रिश्तों में तनाव आ सकता है । सावधानी रखें ।
कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए ग्रहण मिश्रित परिणाम लाएगा । वित्तीय मामलों में सतर्क रहें और जोखिम से बचें ।
सिंह और कुंभ राशि राहु और केतु के प्रभाव से इन राशियों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है ।
कन्या राशि: कन्या राशि वालों के लिए यह ग्रहण आर्थिक लाभ का मौका ला सकता है । धन संचय की संभावना है । लेकिन सावधानी जरूरी है ।
तुला राशि: तुला राशि वालों को आर्थिक खर्चों में वृद्धि हो सकती है । रिश्तों में उतार-चढ़ाव आ सकता है । सतर्क रहें ।
धनु राशि: धनु राशि वालों के लिए यह ग्रहण हानिकारक हो सकता है । बड़े फैसले लेने से पहले सावधानी बरतें । खर्च अचानक बढ़ सकते हैं । मेहनत का अपेक्षित फल नहीं मिलेगा , जिससे मानसिक तनाव हो सकता है ।
मकर राशि: मकर राशि वालों को मेहनत के बाद ही लाभ मिलेगा । धैर्य रखें । 122 साल बाद दुर्लभ सूर्य ग्रहण ज्योतिषियों के मुताबिक , 122 साल बाद ऐसा दुर्लभ सूर्य ग्रहण हो रहा है । यह ग्रहण कन्या राशि और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में होगा ।
भले ही भारत में यह दिखाई न दे , लेकिन इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा । सावधानी और सलाह ज्योतिषी सलाह दे रहे हैं कि इस दौरान सावधानी बरतें ।
खासकर धनु , तुला और मिथुन राशि वालों को विशेष ध्यान देना चाहिए । ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और दान-पुण्य करने से नकारात्मक प्रभाव कम हो सकते हैं ।