पुरी: जगन्नाथ धाम के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। जगन्नाथ मंदिर प्रशासन गुंडिचा मंदिर को जल्द खोलने की तैयारी कर रहा है। यहां टिकट बुक कर भक्त दर्शन का सुख पा सकेंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस पर जल्द फैसला होगा।
गजपति महाराज दिव्यसिंह देव के नेतृत्व में श्रीमंदिर कार्यालय में आयोजित प्रोजेक्ट सांस्कृतिक और तकनीकी सब कमेटी की संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया। मुख्य प्रशासक डॉ. अरविंद पाड़ी ने पत्रकारों को जानकारी दी। बैठक में गुंडिचा मंदिर के अलावा अन्य विकास योजनाओं पर भी चर्चा हुई। बैठक में तय हुआ कि मंदिर के चारों तरफ सुधार कार्य होंगे। अंदरूनी और बाहरी परकोटे का डिजाइन व मास्टर प्लान की समीक्षा हो चुकी है।
इंद्रद्युम्न व नृसिंह मंदिर के उन्नयन पर भी बात हुई। श्रीमंदिर के अंदरूनी हिस्से में सारी लोहे की रेलिंग हटाकर पीतल की लगाई जाएगी। पहले ही मां विमला व मां महालक्ष्मी मंदिर के पास व बहरण द्वार पर ऐसा कर दिया गया है। एएसआई का श्रीमंदिर विरासत जागरूकता प्रोजेक्ट रिपोर्ट आ चुका है। इसे सब कमेटी ने स्वीकार कर लिया। मुख्य मंदिर, जगमोहन, गर्भगृह, नाटमंडप व भोग मंडप को छोड़कर आनंद बाजार, पार्श्व मंदिर, मेघनाद पाचीरी व कूर्म बेढ़ा को आधुनिक तरीके से रोशन किया जाएगा। नाटमंडप में तापमान नियंत्रण के लिए सेवायतों की नियुक्ति पर चर्चा हुई। टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
नीलाद्री भक्त निवास के पीछे बंजर जमीन पर नया भक्त निवास बनाने का प्रस्ताव मंजूर हो गया। अवधा योजना के तहत इसे पूरा करने का फैसला लिया गया। श्रीमंदिर के साथ ही अन्नक्षेत्र भी बनेगा। यह परिक्रमा प्रोजेक्ट के बाहर उत्तर दिशा में सेटअप होगा। दक्षिण द्वार के पास 75 मीटर परिधि में होम यज्ञ प्रोजेक्ट व नामयज्ञ प्रोजेक्ट भी बनेगा। इन पर विस्तृत चर्चा होगी। परिक्रमा प्रोजेक्ट की निगरानी पर भी बात हुई। बैठक में श्रीजगन्नाथ बल्लभ प्रमोद उद्यान के सुधार, प्रस्तावित प्रमोद उद्यान डिजाइन व मास्टर प्लान की समीक्षा हुई। भूमि व अवैध प्रवेश की समस्या पर चर्चा हुई।
श्रीमार्ग सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे। श्रीजगन्नाथ बल्लभ तीर्थयात्री केंद्र की निगरानी पर भी विचार हुआ। माटीटोट़ा में श्रीमंदिर आदर्श गुरुकुल के डिजाइन व मास्टर प्लान की समीक्षा हुई। यहां भूमि व अवैध प्रवेश मुद्दे पर बात हुई। प्रस्तावित श्रीमंदिर अभ्यर्थना केंद्र का डिजाइन व मास्टर प्लान जांचा गया। एमाथाठा में प्रस्तावित सांस्कृतिक केंद्र व रघुनंदन पाठागार का डिजाइन व मास्टर प्लान देखा गया।
नरेन्द्र महल व बागेदिया धर्मशाला परिसर में नया श्रीमंदिर कार्यालय बनाने का डिजाइन व मास्टर प्लान स्वीकृत हुआ। हरचंडी साहि स्थित सेवक बासगृह प्रोजेक्ट का डिजाइन व मास्टर प्लान भी परखा गया। यहां भूमि व अवैध प्रवेश समस्या पर चर्चा हुई। बैठक में डॉ. गिरीश चंद्र मुर्मू, उप मुख्य प्रशासक दिव्यज्योति परिड़ा, प्रबंधन कमेटी सदस्य व अन्य अधिकारी मौजूद थे। ये फैसले जगन्नाथ धाम को और भव्य बनाएंगे।