29.1 C
Bhubaneswar
November 17, 2024
Bhakti

Jagannatha Panchakam | जगन्नाथ पंचकम् | ଶ୍ରୀ ଜଗନ୍ନାଥ ପଞ୍ଚକଂ

Credit the Video : Rajshri Soul YouTube Channel

जगन्नाथ पंचकम्

रक्ताम्भोरुहदर्पभञ्जनमहासौन्दर्यनेत्रद्वयं
मुक्ताहारविलम्बिहेममुकुटं रत्नोज्ज्वलत्कुण्डलम् ।
वर्षामेघसमाननीलवपुषं ग्रैवेयहारान्वितं
पार्श्वे चक्रधरं प्रसन्नवदनं नीलाद्रिनाथं भजे ॥ १ ॥

फुल्लेन्दीवरलोचनं नवघनश्यामाभिरामाकृतिं
विश्वेशं कमलाविलासविलसत्पादारविन्दद्वयम् ।
दैत्यारिं सकलेन्दुमंडितमुखं चक्राब्जहस्तद्वयं
वन्दे श्रीपुरुषोत्तमं प्रतिदिनं लक्ष्मीनिवासालयम् ॥ २ ॥

उद्यन्नीरदनीलसुन्दरतनुं पूर्णेन्दुबिम्बाननं
राजीवोत्पलपत्रनेत्रयुगलं कारुण्यवारांनिधिम् ।
भक्तानां सकलार्तिनाशनकरं चिन्तार्थिचिन्तामणिं
वन्दे श्रीपुरुषोत्तमं प्रतिदिनं नीलाद्रिचूडामणिम् ॥ ३ ॥

नीलाद्रौ शंखमध्ये शतदलकमले रत्नसिंहासनस्थं
सर्वालंकारयुक्तं नवघन रुचिरं संयुतं चाग्रजेन ।
भद्राया वामभागे रथचरणयुतं ब्रह्मरुद्रेन्द्रवंद्यं
वेदानां सारमीशं सुजनपरिवृतं ब्रह्मदारुं स्मरामि ॥ ४ ॥

दोर्भ्यां शोभितलांगलं समुसलं कादम्बरीचञ्चलं
रत्नाढ्यं वरकुण्डलं भुजबलैराकांतभूमण्डलम् ।
वज्राभामलचारुगण्डयुगलं नागेन्द्रचूडोज्ज्वलं
संग्रामे चपलं शशांकधवलं श्रीकामपालं भजे ॥ ५ ॥

॥ इति श्रीजगन्नाथपञ्चकं समाप्तम् ॥

Jagannatha Panchakam

Raktambho Ruha Darpa Bhanjana Maha Saundarya Netra dvayam
Muktahara Vilambi Hema Mukutam Ratnojjvalt kundalam.
Varsha Megha Samana Nila Vapusham Graiveya Haranvitam
Parshwe Chakradharam Prasanna Vadanam Niladrinatham Bhaje ॥ 1 ॥

Phullendi Vara Lochanam Nava Ghanashyamabhiramakrutim
Vishvesham Kamala Vilasa Vilasat padaravinda dwayam.
Daityarim Sakalendu Mandita Mukham Chakrabja Hastadwayam
Vande Shri Purushottamam Pratidinam Lakshmi Nivasalayam ॥ 2 ॥

Udyannirada Nila Sundara Tanum Purnendu Bimbananam
Rajivotpala Patra Netra Yugalam Karunya Varanidhim.
Bhaktanam Sakalarti Nashanakaram Chintarthi Chintamanim
Vande Shri Purushottamam Pratidinam Niladrichudamanim ॥ 3 ॥

Niladrau Shankha Madhye Shatadala Kamale Ratnasinhasanastham
Sarvalankara Yuktam Navaghana Ruchiram Sanyutam Chagrajena.
Bhadraya Vamabhage Ratha Charana Yutam Brahma Rudrendra Vandyam
Vedanam Saramisham Sujana Parivrutam Brahmadarum Smarami ॥ 4 ॥

Dorbhyam Shobhita Langalam Samusalam Kadambari Chanchalam
Ratnadhyam Vara Kundalam Bhujabalairakanta Bhumandalam.
Vajrabhamala Charugandayugalam Nagendrachudojjvalam
Sangrame Chapalam Shashanka Dhvalam Shrikamapalam Bhaje ॥ 5 ॥

॥ Iti Shri Jagannath Panchakam Samaptam ॥

ଶ୍ରୀ ଜଗନ୍ନାଥ ପଞ୍ଚକଂ

ରକ୍ତାମ୍ଭୋରୁହଦର୍ପଭଞ୍ଜନମହାସୌନ୍ଦର୍ୟନେତ୍ରଦ୍ଵୟଂ
ମୁକ୍ତାହାରବିଲମ୍ବିହେମମୁକୁଟଂ ରତ୍ନୋଜ୍ଜ୍ଵଲତ୍କୁଣ୍ଡଲମ୍ ।
ବର୍ଷାମେଘସମାନନୀଲବପୁଷଂ ଗ୍ରୈବେୟହାରାନ୍ଵିତଂ
ପାର୍ଶ୍ଵେ ଚକ୍ରଧରଂ ପ୍ରସନ୍ନବଦନଂ ନୀଲାଦ୍ରିନାଥଂ ଭଜେ ॥ ୧॥

ଫୁଲ୍ଲେନ୍ଦୀବରଲୋଚନଂ ନବଘନଶ୍ୟାମାଭିରାମାକୃତିଂ
ବିଶ୍ଵେଶଂ କମଲାବିଲାସବିଲସତ୍ପାଦାରବିନ୍ଦଦ୍ଵୟମ୍ ।
ଦୈତ୍ୟାରିଂ ସକଲେନ୍ଦୁମଂଡିତମୁଖଂ ଚକ୍ରାବ୍ଜହସ୍ତଦ୍ଵୟଂ
ବନ୍ଦେ ଶ୍ରୀପୁରୁଷୋତ୍ତମଂ ପ୍ରତିଦିନଂ ଲକ୍ଷ୍ମୀନିବାସାଲୟମ୍ ॥ ୨॥

ଉଦ୍ୟନ୍ନୀରଦନୀଲସୁନ୍ଦରତନୁଂ ପୂର୍ଣେନ୍ଦୁବିମ୍ବାନନଂ
ରାଜୀବୋତ୍ପଲପତ୍ରନେତ୍ରୟୁଗଲଂ କାରୁଣ୍ୟବାରାଂନିଧିମ୍ ।
ଭକ୍ତାନାଂ ସକଲାର୍ତିନାଶନକରଂ ଚିନ୍ତାର୍ଥିଚିନ୍ତାମଣିଂ
ବନ୍ଦେ ଶ୍ରୀପୁରୁଷୋତ୍ତମଂ ପ୍ରତିଦିନଂ ନୀଲାଦ୍ରିଚୂଡାମଣିମ୍ ॥ ୩॥

ନୀଲାଦ୍ରୌ ଶଂଖମଧ୍ୟେ ଶତଦଲକମଲେ ରତ୍ନସିଂହାସନସ୍ଥଂ
ସର୍ବାଲଂକାରୟୁକ୍ତଂ ନବଘନ ରୁଚିରଂ ସଂୟୁତଂ ଚାଗ୍ରଜେନ ।
ଭଦ୍ରାୟା ବାମଭାଗେ ରଥଚରଣୟୁତଂ ବ୍ରହ୍ମରୁଦ୍ରେନ୍ଦ୍ରବଂଦ୍ୟଂ
ବେଦାନାଂ ସାରମୀଶଂ ସୁଜନପରିବୃତଂ ବ୍ରହ୍ମଦାରୁଂ ସ୍ମରାମି ॥ ୪॥

ଦୋର୍ଭ୍ୟାଂ ଶୋଭିତଲାଂଗଲଂ ସମୁସଲଂ କାଦମ୍ବରୀଚଞ୍ଚଲଂ
ରତ୍ନାଢ୍ୟଂ ବରକୁଣ୍ଡଲଂ ଭୁଜବଲୈରାକାଂତଭୂମଣ୍ଡଲମ୍ ।
ବଜ୍ରାଭାମଲଚାରୁଗଣ୍ଡୟୁଗଲଂ ନାଗେନ୍ଦ୍ରଚୂଡୋଜ୍ଜ୍ଵଲଂ
ସଂଗ୍ରାମେ ଚପଲଂ ଶଶାଂକଧବଲଂ ଶ୍ରୀକାମପାଲଂ ଭଜେ ॥ ୫॥

॥ ଇତି ଶ୍ରୀଜଗନ୍ନାଥପଞ୍ଚକଂ ସମାପ୍ତମ୍ ॥

इसे भी पढ़े : समस्त कष्टों से मुक्ति के लिए ॐ कृष्णाय वासुदेवाय मंत्र

Disclaimer : Bhakti Bharat Ki / भक्ति भारत की (https://bhaktibharatki.com/) किसी की आस्था को ठेस पहुंचना नहीं चाहता। ऊपर पोस्ट में दिए गए उपाय, रचना और जानकारी को भिन्न – भिन्न लोगों की मान्यता और जानकारियों के अनुसार, और इंटरनेट पर मौजूदा जानकारियों को ध्यान पूर्वक पढ़कर, और शोधन कर लिखा गया है। यहां यह बताना जरूरी है कि (https://bhaktibharatki.com/) किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पूर्ण रूप से पुष्टि नहीं करता। जगन्नाथ पंचकम् (Jagannatha Panchakam) का अर्थ और महत्व को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ, ज्योतिष अथवा पंड़ित की सलाह अवश्य लें। जगन्नाथ पंचकम् का उच्चारण करना या ना करना आपके विवेक पर निर्भर करता है।

इसे भी पढ़े : ओम का अर्थ, उत्पत्ति, महत्व, उच्चारण, जप करने का तरीका और चमत्कार

हमारे बारें में : आपको Bhakti Bharat Ki पर हार्दिक अभिनन्दन। दोस्तों नमस्कार, यहाँ पर आपको हर दिन भक्ति का वीडियो और लेख मिलेगी, जो आपके जीवन में अदुतीय बदलाव लाएगी। आप इस चैनल के माध्यम से ईश्वर के उपासना करना (जैसे कि पूजा, प्रार्थना, भजन), भगवान के प्रति भक्ति करना (जैसे कि ध्यान), गुरु के चरणों में शरण लेना (जैसे कि शरणागति), अच्छे काम करना, दूसरों की मदद करना, और अपने स्वभाव को सुधारकर, आत्मा को ऊंचाईयों तक पहुंचाना ए सब सिख सकते हैं। भक्ति भारत की एक आध्यात्मिक वेबसाइट, जिसको देखकर आप अपने मन को शुद्ध करके, अध्यात्मिक उन्नति के साथ, जीवन में शांति, समृद्धि, और संतुष्टि की भावना को प्राप्त कर सकते। आप इन सभी लेख से ईश्वर की दिव्य अनुभूति पा सकते हैं। तो बने रहिये हमारे साथ:

इसे भी पढ़े : सांस लेने और छोड़ने की क्रिया से मन स्थिर हो जाता है

बैकलिंक : यदि आप ब्लॉगर हैं, अपनी वेबसाइट के लिए डू-फॉलों लिंक की तलाश में हैं, तो एक बार संपर्क जरूर करें। हमारा वाट्सएप नंबर हैं 9438098189.

विनम्र निवेदन : यदि कोई त्रुटि हो तो आप हमें यहाँ क्लिक करके E-mail (ई मेल) के माध्यम से भी सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद।

सोशल मीडिया : यदि आप भक्ति विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं, तो आपको Bhakti Bharat Ki संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। इस ज्ञानवर्धक वेबसाइट को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। उनके लिंक हैं:

Facebook
Instagram
YouTube

कुछ और महत्वपूर्ण लेख:

Hari Sharanam
नित्य स्तुति और प्रार्थना
Om Damodaraya Vidmahe
Rog Nashak Bishnu Mantra
Ram Gayatri Mantra
Dayamaya Guru Karunamaya

Related posts

Janmashtami 2023: कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानिए शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजन विधि

bbkbbsr24

Benefits of Sunderkand Path | मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करने के फायदे

bbkbbsr24

Mano To Main Ganga Maa Hun | मानो तो मई गंगा मा हू

bbkbbsr24