Kevat Sunave Raja Ram Ki Kahani | केवट सुनावे राजा राम की कहानी: दोस्तों नमस्कार, आज हम आपको इस लेख के जरिए केवट सुनावे राजा राम की कहानी भजन के बारे में बात करेंगे। रामायण का यह प्रसंग जीवन में भक्ति और समर्पण का महत्व समझाता है। यह कथा आपको प्रभु के प्रति आस्था और विश्वास से भर देगी। जब प्रभु श्रीराम अपने वनवास के समय सरयू तट पर पहुँचे, उसी समय निषादराज ने केवट से निवेदन किया की वो उन्हें सरयू पार करा दे। केवट ने विनम्रता से कहा प्रभु आपके चरणों के स्पर्श मात्र से एक शिला नारी बन गयी। अगर मैंने आपको अपनी काठ की नाव पे बैठाया और वो भी परिवर्तित हो गयी तो मेरा जीवनयापन कैसे होगा। मैं पहले इनकी परीक्षा लूंगा इनके चरण एक काठ की थाल में धोके तभी इन्हे सरयू पार करने का साहस कर पाउँगा। केवट को भगवान राम के चरण पखारने का सौभाग्य मिला। इसके बाद केवट ने श्रीराम, लक्ष्मण और सीता माता को सरयू पार कराया। उतराई माँगे जाने पर केवट ने कहा- जैसे मैं मनुष्यों को सरयू के पार पहुँचाता हूँ, वैसे ही प्रभु श्रीराम जीवों को जन्म-मरण के भवसागर से पार कराते हैं। हमारा कार्य तो एक ही हुआ ना, केवट की इस अद्भुत भक्ति पर प्रसन्न होकर भगवान श्रीराम ने उसे मोक्ष का आशीर्वाद प्रदान किया।
Kevat Sunave Raja Ram Ki Kahani
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
नैया पर बैठे हैं राजा और रानी
नैया पर बैठे हैं राजा और रानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी ।
नैया पर बैठे हैं राजा और रानी
नैया पर बैठे हैं राजा और रानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी ।
घर से वनवास लेके वन को है जानी
घर से वनवास लेके वन को है जानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी ।
घर से वनवास लेके वन को है जानी
घर से वनवास लेके वन को है जानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी ।
चौदह बरस है उनको वन में बितानी
चौदह बरस है उनको वन में बितानी
सुनके ही अंखियन से बरसत है पानी
सुनके ही अंखियन से बरसत है पानी ।
चौदह बरस है उनको वन में बितानी
चौदह बरस है उनको वन में बितानी
सुनके ही अंखियन से बरसत है पानी
सुनके ही अंखियन से बरसत है पानी ।
मैया हैं राम जी के बैठीं सिरहानी
मैया हैं राम जी के बैठीं सिरहानी
गंगा नदी है उनको पार करानी
गंगा नदी है उनको पार करानी ।
मैया हैं राम जी के बैठीं सिरहानी
मैया हैं राम जी के बैठीं सिरहानी
गंगा नदी है उनको पार करानी
गंगा नदी है उनको पार करानी ।
हमरी नैया पर बैठे राजा और रानी
गंगा नदी है उनको पार करानी
चौदह बरस है उनको वन में बितानी
सुन सुन के अंखियन से बरसात हैं पानी ।
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी
केवट सुनावे राजा राम की कहानी ।
Credit the Video : Medi Tuner YouTube Channel
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