महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga) भारत में सबसे महत्वपूर्ण और पूजनीय हिंदू मंदिरों में से एक है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित, इसे 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है – भगवान शिव का एक रूप – और 2000 वर्ष से अधिक पुराना माना जाता है। मंदिर परिसर में भगवान शिव को समर्पित एक मुख्य मंदिर है, साथ ही अन्य देवी-देवताओं को समर्पित कई छोटे मंदिर भी हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में पूजा करने से सौभाग्य और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होता है। हर साल हजारों भक्त भगवान शिव से आशीर्वाद लेने के लिए इस पवित्र स्थान पर आते हैं।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga) प्राचीन काल से एक तीर्थस्थल रहा है और महाभारत और रामायण जैसे कई हिंदू ग्रंथों में इसका उल्लेख किया गया है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण राजा भद्रसेन ने लगभग 500 ईसा पूर्व किया था और यह आज पूरे भारत में हिंदुओं के लिए आस्था और भक्ति के प्रतीक के रूप में खड़ा है।
भारत में भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग हैं जो इस प्रकार हैं। गुजरात में सोमनाथ, आंध्र प्रदेश में श्रीशैलम में मल्लिकार्जुन, मध्य प्रदेश में उज्जैन में महाकालेश्वर, मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर, उत्तराखंड राज्य में हिमालय में केदारनाथ, महाराष्ट्र में भीमाशंकर, उत्तर प्रदेश में वाराणसी में विश्वनाथ, महाराष्ट्र में त्रयंबकेश्वर, बैद्यनाथ मंदिर, देवघर में झारखंड, गुजरात में द्वारका में नागेश्वर, तमिलनाडु में रामेश्वरम में रामेश्वर और ग्रिशनेश।
Mahakaleshwar Jyotirlinga Mandir Aarti Timings
Aarti/Darshan | Timings |
Darshan | 4:00am To 11:00pm |
Bhashma Aarti | 4:00am To 6:00am |
Morning Aarti | 7:00am To 7:30am |
Evening Aarti | 5:00pm To 5:30pm |
Shree Mahakaal Aarti | 7:00pm To 7:30pm |
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग दक्षिणमुखी है। ज्योतिर्लिंग के सामने भगवान शिव के वाहन नंदी जी की मूर्ति स्थित है। महाकाल भगवान को उज्जैन नगरी का राजा कहा जाता है। महाकाल मंदिर में भगवान शिव की सुबह 4 बजे भस्म आरती की जाती है।
श्रवण मास भगवान महाकाल को अतिप्रिय है इस कारण श्रवण मास में महाकाल मंदिर में भक्तो का ताता लगता रहता है।