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December 16, 2025
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महालया अमावस्या: पितृपक्ष का अंत, माँ दुर्गा का स्वागत

नई दिल्ली: आज महालया अमावस्या है । हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है । पितृपक्ष का आज अंतिम दिन है । लोग अपने पितरों को याद करते हैं । श्राद्ध और तर्पण के साथ पितरों का आशीर्वाद लेते हैं । साथ ही , यह दिन माँ दुर्गा के आगमन का प्रतीक भी है । पितृपक्ष का समापन महालया अमावस्या पितृपक्ष का आखिरी दिन है । इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं । तर्पण और पिंडदान करते हैं । पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना होती है ।

पुजारी रमेश शास्त्री बताते हैं , “यह दिन पितरों को विदाई देने का है । हम उनके लिए प्रार्थना करते हैं । उनका आशीर्वाद परिवार को सुख देता है ।” देशभर में गंगा , यमुना और अन्य नदियों के घाटों पर भीड़ उमड़ी । लोग सुबह-सुबह स्नान के लिए पहुंचे । दिल्ली के यमुना घाट पर सैकड़ों लोग दिखे । वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर तर्पण का दौर चला । भक्तों ने तिल , चावल और जल अर्पित किए । माँ दुर्गा का स्वागत महालया सिर्फ पितृपक्ष का अंत नहीं है ।

यह नवरात्रि की शुरुआत का भी संदेश देता है । आज से माँ दुर्गा की पूजा की तैयारियां शुरू हो जाती हैं । बंगाल में महालया का उत्साह अलग ही है । वहाँ लोग सुबह-सुबह रेडियो पर ‘महिषासुरमर्दिनी’ सुनते हैं । यह परंपरा दशकों पुरानी है ।

कोलकाता की गलियों में पंडाल सजने शुरू हो गए हैं । मूर्तिकार माँ दुर्गा की मूर्तियों को अंतिम रूप दे रहे हैं । स्थानीय निवासी ममता दास कहती हैं , “महालया का दिन बहुत खास है । यह माँ के आने का समय है । हमारा उत्साह दोगुना हो जाता है ।” धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व महालया का दिन धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है । यह पितरों और देवी की पूजा का संगम है । लोग मानते हैं कि इस दिन किए गए कार्य पितरों को संतुष्ट करते हैं । साथ ही , माँ दुर्गा की कृपा भी मिलती है ।

पंडित विष्णु शर्मा कहते हैं , “महालया हमें अपने पूर्वजों से जोड़ता है । यह हमें परिवार और परंपराओं की याद दिलाता है ।” देशभर में मंदिरों में विशेष पूजा हुई । भक्तों ने माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए हवन किए ।

नवरात्रि की तैयारियां महालया के बाद नवरात्रि की धूम शुरू होगी । बाजारों में रौनक बढ़ गई है । लोग पूजा के लिए सामान खरीद रहे हैं । फूल , माला , और पूजा की थालियों की दुकानों पर भीड़ है । दिल्ली के चांदनी चौक और कोलकाता के कुम्हारटोली में खास चहल-पहल है ।

महालया अमावस्या का दिन हर हिंदू के लिए खास है । यह पितरों को श्रद्धांजलि देने का दिन है । साथ ही , माँ दुर्गा के स्वागत का भी समय है । जैसे-जैसे नवरात्रि नजदीक आ रही है , देशभर में उत्साह बढ़ रहा है ।

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