December 23, 2025
Mantra

Rin Harta Ganesh Stotra | ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र | कर्ज से मुक्ति के लिए पढ़े भगवान गणेश स्तोत्र

Rin Harta Ganesh Stotra

Rin Harta Ganesh Stotra | ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र | कर्ज से मुक्ति के लिए पढ़े भगवान गणेश स्तोत्र: दोस्तों नमस्कार, आज हम आप लोगों को इस पोस्ट के माध्यम से ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र के बारे में बताएँगे। जीवन में कर्ज से मुक्ति, थन और समृद्धि के लिए भगवान गणेश का यह ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र ऋण को दूर रखने में मदद करता है। माना जाता है कि ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र नियमित पाठ करने से गरीबी दूर होती है और धन-संपत्ति बढ़ती है। कहा जाता है कि जो नित्य प्रातःकाल ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र को
श्रद्धा और भक्ति से पाठ करता है उसे समस्त प्रकार के कर्ज़ से मुक्ति प्राप्त होती है।

Rin Harta Ganesh Stotra

ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र

कर्ज से मुक्ति के लिए पढ़े भगवान गणेश स्तोत्र

ध्यान
ओम सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्।
ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम् ॥ १ ॥

ॐ गं गणपतये नमः

सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ २ ॥

त्रिपुरस्य वधात् पूर्वं शम्भुना सम्यगर्चित:।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ३ ॥

हिरण्य-कश्यप्वादीनां वधार्थे विष्णुनार्चित:।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ४ ॥

महिषस्य वधे देव्या गण-नाथ: प्रपुजित:।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ५ ॥

तारकस्य वधात् पूर्वं कुमारेण प्रपूजित:।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ६ ॥

भास्करेण गणेशो हि पूजितश्छवि-सिद्धए।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ७ ॥

शशिना कान्ति-वृद्धयर्थं पूजितो गण-नायक:।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ८ ॥

पालनाय च तपसां विश्वामित्रेण पूजित:।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥ ९ ॥

इदं त्वृण-हर-स्तोत्रं तीव्र-दारिद्र्य-नाशनं,
एक-वारं पठेन्नित्यं वर्षमेकं सामहित:।
दारिद्र्यं दारुणं त्यक्त्वा कुबेर-समतां व्रजेत् ॥ १० ॥

Credit the Video : साधना पथ YouTube Channel

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