Credit the Video: Bhajanawali YouTube Channel
Shree Hit Mangal Gaan | अथ श्री हित हरिवंश जू कौ मंगल | श्रीहित मंगल गान: दोस्तों नमस्कार, आज हम आप लोगों को इस पोस्ट के माध्यम से अथ श्री हित हरिवंश जू कौ मंगल के बारे में बताएँगे। श्री हित हरिवंश महाप्रभु ने वृन्दावन में बहने वाले दिव्य श्री राधा और कृष्ण के प्रेम अमृत को वर्णन करते हैं। कोमल-मूर्ति श्री राधा रानी, जिनके चरणों में एक अद्भुत दिव्य रस बरसता है और श्री वृन्दावन धाम में नित्य ही प्रफुल्लित होता है। जिन्होंने पूर्ण, नित्य नवीन किशोर श्रीलालजी के साथ केलि-विलास करना स्वीकार किया है। मैं उनके चरण-कमल के आमोद-माधुर्य्य की ध्यान करती हुई, अपने शरीर को त्याग कर अवधि-स्वरूप दासी होऊँगी। तो आइये सुमिरन करते हैं अथ श्री हित हरिवंश जू कौ मंगल:
Shree Hit Mangal Gaan
अथ श्री हित हरिवंश जू कौ मंगल
श्रीहित मंगल गान
जै जै श्री हरिवंश व्यास कुल मंडना ।
रसिक अनन्य्नी मुख्य गुरु जन भय खण्डना॥
श्री वृन्दावन बास रास रस भूमि जहाँ ।
क्रीडत श्यामा श्याम पुलिन मंजुल तहां ॥
पुलिन मंजुल परम पावन त्रिविध तहां मारूत बहै ।
कुञ्ज भवन विचित्र शोभा मदन नित सेवत रहै ॥
तहाँ सन्तत व्यास नन्दन रहत कलुष विहण्डना ।
जै जै श्री हरिवंश व्यास कुल मण्डना ॥ १ ॥
जय जय श्री हरिवंश चन्द्र उददित सदा ।
द्विज कुल कुमुद प्रकाश विपुल सुख सम्पदा ॥
पर उपकार विचार सुमति जग विस्तरी ।
करुणासिन्धु कृपाल काल भय सब हरी ॥
हरी सब कलिकाल की भय कृपा रूप जू वपु धरयौ।
करत जे अनसहन निन्दक तिन्हूँ पै अनुग्रह करयौ ॥
निरभिमान निर्वेर निरुपम निष्कलंक जू सर्वदा ।
जय जय श्री हरिवंश चन्द्र उददित सदा ॥ २ ॥
जय जय श्री हरिवंश प्रशंसत सब दुनी ।
सारासार विवेकत कोविद बहु गुनी ॥
गुप्तरीति आचरण प्रगट सब जग दिये ।
ज्ञान धर्म व्रत क्रम भक्ति किंकर किये ॥
भक्ति हित जे शरण आये द्वन्द दोष जू सब घटे ।
कमल कर जिन अभय दीने कर्म बन्धन सब कटे ॥
परम सुखद सुशील सुन्दर पाहि स्वामिन मम घनी ।
जय जय श्री हरिवंश प्रशंसत सब दुनी ॥ ३ ॥
जय जय श्री हरिवंश नाम गुण गाई है।
प्रेम लक्षणा भक्ति सुदृढ़ करी पाई है ॥
अरु बाढ़े रसरीति प्रीति चित ना टरे ।
जीति विषम संसार कीरति जग बिस्तरै ॥
विस्तरै सव जग विमल कीरति साधु संगती ना टरै ।
वास वृन्दाविपिन पावै श्रीराधिका जु कृपा करै ॥
चतुर युगल किशोर सेवक दिन प्रसादहिं पाई है ।
जय जय श्री हरिवंश नाम गुण गाई है ॥ ४ ॥
इसे भी पढ़े : समस्त कष्टों से मुक्ति के लिए ॐ कृष्णाय वासुदेवाय मंत्र
Disclaimer : Bhakti Bharat Ki / भक्ति भारत की (https://bhaktibharatki.com/) किसी की आस्था को ठेस पहुंचना नहीं चाहता। ऊपर पोस्ट में दिए गए उपाय, रचना और जानकारी को भिन्न – भिन्न लोगों की मान्यता और जानकारियों के अनुसार, और इंटरनेट पर मौजूदा जानकारियों को ध्यान पूर्वक पढ़कर, और शोधन कर लिखा गया है। यहां यह बताना जरूरी है कि (https://bhaktibharatki.com/) किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पूर्ण रूप से पुष्टि नहीं करता। अथ श्री हित हरिवंश जू कौ मंगल के उच्चारण, किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ, ज्योतिष अथवा पंड़ित की सलाह अवश्य लें। अथ श्री हित हरिवंश जू कौ मंगल का उच्चारण करना या ना करना आपके विवेक पर निर्भर करता है।
इसे भी पढ़े : भजगोविन्दं भजगोविन्दं गोविन्दं भज मूढमते
हमारे बारें में : आपको Bhakti Bharat Ki पर हार्दिक अभिनन्दन। दोस्तों नमस्कार, यहाँ पर आपको हर दिन भक्ति का वीडियो और लेख मिलेगी, जो आपके जीवन में अदुतीय बदलाव लाएगी। आप इस चैनल के माध्यम से ईश्वर के उपासना करना (जैसे कि पूजा, प्रार्थना, भजन), भगवान के प्रति भक्ति करना (जैसे कि ध्यान), गुरु के चरणों में शरण लेना (जैसे कि शरणागति), अच्छे काम करना, दूसरों की मदद करना, और अपने स्वभाव को सुधारकर, आत्मा को ऊंचाईयों तक पहुंचाना ए सब सिख सकते हैं। भक्ति भारत की एक आध्यात्मिक वेबसाइट, जिसको देखकर आप अपने मन को शुद्ध करके, अध्यात्मिक उन्नति के साथ, जीवन में शांति, समृद्धि, और संतुष्टि की भावना को प्राप्त कर सकते। आप इन सभी लेख से ईश्वर की दिव्य अनुभूति पा सकते हैं। तो बने रहिये हमारे साथ:
इसे भी पढ़े : ओम का अर्थ, उत्पत्ति, महत्व, उच्चारण, जप करने का तरीका और चमत्कार
बैकलिंक : यदि आप ब्लॉगर हैं, अपनी वेबसाइट के लिए डू-फॉलों लिंक की तलाश में हैं, तो एक बार संपर्क जरूर करें। हमारा वाट्सएप नंबर हैं 9438098189.
विनम्र निवेदन : यदि कोई त्रुटि हो तो आप हमें यहाँ क्लिक करके E-mail (ई मेल) के माध्यम से भी सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद।
सोशल मीडिया : यदि आप भक्ति विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं, तो आपको Bhakti Bharat Ki संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। इस ज्ञानवर्धक वेबसाइट को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। उनके लिंक हैं:
कुछ और महत्वपूर्ण लेख:
Om Damodaraya Vidmahe
Om Sarve Bhavantu Sukhinah
Rog Nashak Bishnu Mantra
Dayamaya Guru Karunamaya
Black Tara Mantra
White Tara Mantra
Yellow Tara Mantra
Hari Sharanam
नित्य स्तुति और प्रार्थना
Blue Tara Mantra