November 17, 2025
Stotram

Shree Maha Ganesha Pancharatnam | Shri Ganesha Pancharatnam | श्री गणेशपञ्चरत्नम् – मुदाकरात्तमोदकं

Shree Maha Ganesha Pancharatnam | Shri Ganesha Pancharatnam | श्री गणेशपञ्चरत्नम् – मुदाकरात्तमोदकं : श्री गणेश पंचरत्नम (Ganesha Pancha Ratnam) स्तुति में भगवान गणेश के पाँच पद और एक फलस्तुति हैं। (पंचरत्नम – पांच रत्न) (Pancharatnam means Five Jewels), इसे आदिशंकराचार्य (Adi Shankaracharya) द्वारा लिखा गया है। इसमें गणेश की गुणों और महत्व वर्णित है, जिसे गणपति पूजा (Ganpati Puja) के दौरान पाठ किया जाता है। श्री गणेश पंचरत्नम को मुद्गल पुराण में इसे स्तोत्र के रूप में दर्ज किया गया है। मुद्गल पुराण गणेश जी को समर्पित एक हिंदू धार्मिक ग्रंथ है।

Shree Maha Ganesha Pancharatnam

Mudakarattamodakam Sada Vimuktisadhakam
Kaladharavatansakam Vilasilokarakshakam ।
Anayakaikanayakan Vinashitebhadaityakam
Natashubhashunashakam Namami Tam Vinayakam ॥ 1 ॥

Nateratratibhakaram Navoditarkabhasvaram
Namatsurarinirjaram Natadikapadudharam ।
Sureshwaram Nidishwaram Gajeshwaram Ganeswaram
Maheshwaram Tamashraye Paratparam Nirantaram ॥ 2 ॥

Samastalokshankaram Nirvadatyakunjram
Daretrodaram Varam Varebhavaktramaksharam ।
Kripakaram Kshaman Mudakaram Yashkaram
Manaskram Namskritam Namsakaromi Bhaswaram ॥ 3 ॥

Akinchanartimarjanam Chirntanoktibhajanam
Puraripuravanandanam Surarigarvacharvanam ।
Pranchanachashabhishanam Dhananjayadibhusanam
Kapoladanavaranam Bhaje Puranavaranam ॥ 4 ॥

Nitanta Kanti Danta Kanti Manta Kanti Katmajan
Achintya Rupamanta Hina Mantraira Kranthanam ।
Hridayantre Nirantaram Vasanthamave Yoginam
Tamekdantmev Twam Vichintyamai Santam ॥ 5 ॥

Mahaganesha pancharatnamadaren Yonvahan
Prajalpati Prabhatake Hrdi Smaran Ganeshvaram ।
Arogatamadoshatan Susahitin Suputratan
Samahitayu rashtabhuti mabhyupaiti Sochirat ॥ 6 ॥

श्री गणेश पंच रत्न स्तोत्र!

मुदाकरात्तमोदकं सदा विमुक्ति साधकम्
कलाधरावतंसकं विलासिलोक रक्षकम् ।
अनायकैक नायकं विनाशितेभ दैत्यकम्
नताशुभाशु नाशकं नमामि तं विनायकम् ॥ १ ॥

नतेतराति भीकरं नवोदितार्क भास्वरम्
नमत्सुरारि निर्जरं नताधिकापदुद्ढरम् ।
सुरेश्वरं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरम्
महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरन्तरम् ॥ २ ॥

समस्त लोक शंकरं निरस्त दैत्य कुञ्जरम्
दरेतरोदरं वरं वरेभ वक्त्रमक्षरम् ।
कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करम्
मनस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम् ॥ ३ ॥

अकिंचनार्ति मर्जनं चिरन्तनोक्ति भाजनम्
पुरारि पूर्व नन्दनं सुरारि गर्व चर्वणम् ।
प्रपञ्च नाश भीषणं धनञ्जयादि भूषणम्
कपोल दानवारणं भजे पुराण वारणम् ॥ ४ ॥

नितान्त कान्त दन्त कान्ति मन्त कान्त कात्मजम्
अचिन्त्य रूपमन्त हीन मन्तराय कृन्तनम् ।
हृदन्तरे निरन्तरं वसन्तमेव योगिनाम्
तमेकदन्तमेव तं विचिन्तयामि सन्ततम् ॥ ५ ॥

महागणेश पञ्चरत्नमादरेण योऽन्वहं
प्रजल्पति प्रभातके हृदि स्मरन् गणेश्वरम् ।
अरोगतामदोषतां सुसाहितीं सुपुत्रताम्
समाहितायु रष्टभूति मभ्युपैति सोऽचिरात् ॥ ६ ॥

श्रीमत् शंकर भगित्पादकृत श्रीगणेशपञ्चरत्न स्तोत्रम् संपूणकम्।

Credit the Video: The Art of Living YouTube Channel

Disclaimer: Bhakti Bharat Ki / भक्ति भारत की (https://bhaktibharatki.com) वेबसाइट का उद्देश्य किसी की आस्था या भावनाओं को ठेस पहुंचना नहीं है। इस वेबसाइट पर प्रकाशित उपाय, रचना और जानकारी को भिन्न – भिन्न लोगों की मान्यता, जानकारियों के अनुसार और इंटरनेट पर मौजूदा जानकारियों को ध्यान पूर्वक पढ़कर, और शोधन कर लिखा गया है। इस पोस्ट पर दिए गए जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और शैक्षिक उद्देश्य के लिए बनाया गया है। यहां यह बताना जरूरी है कि Bhakti Bharat Ki / भक्ति भारत की (https://bhaktibharatki.com) इसमें चर्चा की गई किसी भी तरह जानकारी, मान्यता, सटीकता, पूर्णता या विश्वसनीयता की पूर्ण रूप से गारंटी नहीं देते। Shree Maha Ganesha Pancharatnam का अर्थ और महत्व को अमल में लाने से पहले कृपया संबंधित योग्य विशेषज्ञ अथवा पंड़ित की सलाह अवश्य लें। Shree Maha Ganesha Pancharatnam का उच्चारण करना या ना करना आपके विवेक पर निर्भर करता है। इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी का उपयोग पूरी तरह से उपयोगकर्ता की अपनी ज़िम्मेदारी पर है। किसी भी प्रकार की हानि, नुकसान, या परिणाम के लिए हम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार नहीं होंगे।

Facebook
Instagram
YouTube

Related posts

Shivaya Parameshwaraya | शिवाय परमेश्वराय

Bimal Kumar Dash

Shri Ram Raksha Stotram | राम रक्षा स्तोत्र

bbkbbsr24

नमामि ते गजाननं | श्री गणेश स्तुति | Shree Ganesh Stuti | Namami Te Gajananam

bbkbbsr24