20.1 C
Bhubaneswar
November 21, 2024
Slider

Kunjitha Padam Saranam | कुंजिता पादम् शरणम्

Credit the Video: Bhakti YouTube Channel

Kunjitha Padam Saranam | कुंजिता पादम् शरणम् : दोस्तो नमस्कार, आज हम आप लोगोंको इसी पोस्ट के माध्यम से हमारे निजी अनुभूति बताते हैं। भगवान विष्णु के चरण कमल को स्पर्श करने का मार्ग ही कुंजिता पादम् शरणम्। जब हम एक दिव्य साधना को किसी एक स्थान पर, एक विशेष समय में, एक आसन पर 6 महीने तक करते हैं, तब हमारे मस्तक में एक कमल का आभास होता है। अगर ऐसा अनुभूति आपको मिल रहा है, तो मान ले अप्पको भगवान का चरण कमल प्राप्त का अबसर मिला है। तो चलिये जानते हैं कुंजिता पादम् शरणम् का अर्थ और महत्व :

कुंजिता पादम् शरणम् अर्थ:

कुंजिता अर्थ है “कमल का पुष्प” जिसे हम “Lotus” भी कहते है। Padam शब्द का अर्थ है पैर (Feet)। शरणम् का अर्थ है की शरण में जाना। इस पुरे मंत्र का अर्थ है की “We surrender at his lotus feet” अर्थात – मैं प्रभु के चरणों में शरण लेता हूँ। हम उनके चरण कमलों पर समर्पण करते हैंI

कुंजिता पादम् शरणम् महत्व:

यदि आप सुबह उठकर स्नान करके इस मंत्र का जाप करते हैं, तो आपके जीवन की हर बड़ी समस्या का समाधान हो जाती हैI इसकी प्रतिदिन एक माला (108 बार) जाप करनी चाहिएI जब डॉक्टर को रोग का पता नहीं होता है, तो उस समय कुंजिता पादम् शरणम् (Kunjitha Padam Saranam) काम करता है। इसको 108 जाप करने के बाद गायत्री मंत्र का जाप करें। आपका शरीर, किडनी, दिल की बीमारियां, हार्ट बीमारियां पर सहायक होगा।

Kunjitha Padam Saranam

॥ Kunjitha Padam Saranam ॥

इसे भी पढ़े : भजगोविन्दं भजगोविन्दं गोविन्दं भज मूढमते

कुंजिता पादम् शरणम्

॥ कुंजिता पादम् शरणम् ॥

Credit the Video: Stuti Sangrah YouTube Channel

इसे भी पढ़े : समस्त कष्टों से मुक्ति के लिए ॐ कृष्णाय वासुदेवाय मंत्र

Disclaimer : Bhakti Bharat Ki / भक्ति भारत की (https://bhaktibharatki.com/) किसी की आस्था को ठेस पहुंचना नहीं चाहता। ऊपर पोस्ट में दिए गए उपाय, रचना और जानकारी को भिन्न – भिन्न लोगों की मान्यता और जानकारियों के अनुसार, और इंटरनेट पर मौजूदा जानकारियों को ध्यान पूर्वक पढ़कर, और शोधन कर लिखा गया है। यहां यह बताना जरूरी है कि Bhakti Bharat Ki / भक्ति भारत की (https://bhaktibharatki.com/) किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पूर्ण रूप से पुष्टि नहीं करता। कुंजिता पादम् शरणम् मंत्र के उच्चारण, किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ, ज्योतिष अथवा पंड़ित की सलाह अवश्य लें। कुंजिता पादम् शरणम् मंत्र का उच्चारण करना या ना करना आपके विवेक पर निर्भर करता है।

इसे भी पढ़े : ओम का अर्थ, उत्पत्ति, महत्व, उच्चारण, जप करने का तरीका और चमत्कार

हमारे बारें में : आपको Bhakti Bharat Ki पर हार्दिक अभिनन्दन। दोस्तों नमस्कार, यहाँ पर आपको हर दिन भक्ति का वीडियो और लेख मिलेगी, जो आपके जीवन में अदुतीय बदलाव लाएगी। आप इस चैनल के माध्यम से ईश्वर के उपासना करना (जैसे कि पूजा, प्रार्थना, भजन), भगवान के प्रति भक्ति करना (जैसे कि ध्यान), गुरु के चरणों में शरण लेना (जैसे कि शरणागति), अच्छे काम करना, दूसरों की मदद करना, और अपने स्वभाव को सुधारकर, आत्मा को ऊंचाईयों तक पहुंचाना ए सब सिख सकते हैं। भक्ति भारत की एक आध्यात्मिक वेबसाइट, जिसको देखकर आप अपने मन को शुद्ध करके, अध्यात्मिक उन्नति के साथ, जीवन में शांति, समृद्धि, और संतुष्टि की भावना को प्राप्त कर सकते। आप इन सभी लेख से ईश्वर की दिव्य अनुभूति पा सकते हैं। तो बने रहिये हमारे साथ:

बैकलिंक : यदि आप ब्लॉगर हैं, अपनी वेबसाइट के लिए डू-फॉलों लिंक की तलाश में हैं, तो एक बार संपर्क जरूर करें। हमारा वाट्सएप नंबर हैं 9438098189.

विनम्र निवेदन : यदि कोई त्रुटि हो तो आप हमें यहाँ क्लिक करके E-mail (ई मेल) के माध्यम से भी सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद।

सोशल मीडिया : यदि आप भक्ति विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं, तो आपको Bhakti Bharat Ki संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। इस ज्ञानवर्धक वेबसाइट को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। उनके लिंक हैं:

Facebook
Instagram
YouTube

कुछ और महत्वपूर्ण लेख:

Om Damodaraya Vidmahe
Om Sarve Bhavantu Sukhinah
Rog Nashak Bishnu Mantra
Dayamaya Guru Karunamaya
Black Tara Mantra
White Tara Mantra
Yellow Tara Mantra
Hari Sharanam
नित्य स्तुति और प्रार्थना
Blue Tara Mantra

Related posts

Om Namah Shivay Chanting: ओम नमः शिवाय | जानें भगवान शिव के इस चमत्कारी मंत्र का प्रभाव और महत्व

bbkbbsr24

इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से निकले | Itna Toh Karna Swami Jab Prann Tan Se Nikle

Bimal Kumar Dash

Radha Krishn Prana Mora Yugal Kishor | राधाकृष्ण प्राण मोर युगल-किशोर (श्री नरोत्तम प्रार्थना)

bbkbbsr24