नई दिल्ली: दिवाली, रोशनी का रंगीन और खुशियों भरा त्योहार, 20 अक्टूबर 2025 को पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाएगा। कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को शुरू होने वाला यह पांच दिवसीय उत्सव धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर खत्म होता है। इस खास मौके पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। दीपक जलाना इस त्योहार की सबसे खास परंपरा है। मान्यता है कि दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
दिवाली को और शुभ बनाने के लिए घर की खास जगहों पर दीपक जलाएं। सबसे पहले आंगन में दीपक जलाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को भगाता है और धन-धान्य की कमी नहीं होने देता। फिर मुख्य द्वार पर दीपक रखें। अगर घर में एक से ज्यादा प्रवेश द्वार हैं, तो मुख्य द्वार पर खास तौर पर दीपक जलाएं। यह सकारात्मक ऊर्जा लाता है और बुरी शक्तियों को दूर रखता है।
रसोई को भी न भूलें। यहां दीपक जलाने से मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं, जिससे घर में कभी भोजन की कमी नहीं होती। आखिर में, तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं। यह माता लक्ष्मी को प्रसन्न करता है और घर में शांति बनी रहती है।
ये साधारण परंपराएं आपके त्योहार को और खास बनाएंगी। दीपक जलाकर न सिर्फ घर, बल्कि अपने दिल को भी रोशन करें। ये दीपक अंधेरा मिटाकर सुख और समृद्धि लाएंगे।
नोट: यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। इसकी पुष्टि नहीं की गई है।